| تعداد آیه | حزب | جزء | صفحهی شروع | محل سوره |
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| 8 | 120 | 30 | 600 | مكه |
तुम्हें एक-दूसरे के मुक़ाबले में बहुतायत के प्रदर्शन और घमंड ने ग़फ़़लत में डाल रखा है, ١ यहाँ तक कि तुम क़ब्रिस्तानों में पहुँच गए ٢ कुछ नहीं, तुम शीघ्र ही जान लोगे ٣ फिर, कुछ नहीं, तुम्हें शीघ्र ही मालूम हो जाएगा - ٤ कुछ नहीं, अगर तुम विश्वसनीय ज्ञान के रूप में जान लो! (तो तुम धन-दौलत के पुजारी न बनो) - ٥ अवश्य ही तुम भड़कती आग से दो-चार होगे ٦ फिर सुनो, उसे अवश्य देखोगे इस दशा में कि वह यथावत विश्वास होगा ٧ फिर निश्चय ही उस दिन तुमसे नेमतों के बारे में पूछा जाएगा ٨