| تعداد آیه | حزب | جزء | صفحهی شروع | محل سوره |
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| 9 | 120 | 30 | 601 | مكه |
तबाही है हर कचो के लगानेवाले, ऐब निकालनेवाले के लिए, ١ जो माल इकट्ठा करता और उसे गिनता रहा ٢ समझता है कि उसके माल ने उसे अमर कर दिया ٣ कदापि नहीं, वह चूर-चूर कर देनेवाली में फेंक दिया जाएगा, ٤ और तुम्हें क्या मालूम कि वह चूर-चूर कर देनेवाली क्या है? ٥ वह अल्लाह की दहकाई हुई आग है, ٦ जो झाँक लेती है दिलों को ٧ वह उनपर ढाँककर बन्द कर दी गई होगी, ٨ लम्बे-लम्बे स्तम्भों में ٩