| تعداد آیه | حزب | جزء | صفحهی شروع | محل سوره |
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| 5 | 120 | 30 | 603 | مكه |
टूट गए अबू लहब के दोनों हाथ और वह स्वयं भी विनष्ट हो गया! ١ न उसका माल उसके काम आया और न वह कुछ जो उसने कमाया ٢ वह शीघ्र ही प्रज्वलित भड़कती आग में पड़ेगा, ٣ और उसकी स्त्री भी ईधन लादनेवाली, ٤ उसकी गरदन में खजूर के रेसों की बटी हुई रस्सी पड़ी है ٥