«الضحي»

لیست سوره‌ها

اطلاعات سوره

تعداد آیه حزب جزء صفحه‌ی شروع محل سوره
11 119 30 596 مكه

متن سوره

साक्षी है चढ़ता दिन, ١ और रात जबकि उसका सन्नाटा छा जाए ٢ तुम्हारे रब ने तुम्हें न तो विदा किया और न वह बेज़ार (अप्रसन्न) हुआ ٣ और निश्चय ही बाद में आनेवाली (अवधि) तुम्हारे लिए पहलेवाली से उत्तम है ٤ और शीघ्र ही तुम्हारा रब तुम्हें प्रदान करेगा कि तुम प्रसन्न हो जाओगे ٥ क्या ऐसा नहीं कि उसने तुम्हें अनाथ पाया तो ठिकाना दिया? ٦ और तुम्हें मार्ग से अपरिचित पाया तो मार्ग दिखाया? ٧ और तुम्हें निर्धन पाया तो समृद्ध कर दिया? ٨ अतः जो अनाथ हो उसे मत दबाना, ٩ और जो माँगता हो उसे न झिझकना, ١٠ और जो तुम्हें रब की अनुकम्पा है, उसे बयान करते रहो ١١